यह बहुत ही डरावना होता है, जो आपको बुरी तरह से डरा देता है.
बहुत सी बार तो आलम ये होता है कि आप सपने में इतना डर जाते हैं कि सोते सोते चीखने लगते हैं.
रात में एंजायटी और स्ट्रेस की वजह से भी बुरे सपने आते हैं.
एक्सपोज़र थेरेपी: यदि बुरे सपने किसी दर्दनाक अनुभव से उत्पन्न होते हैं, तो ट्रिगर करने वाली यादों के प्रति धीरे-धीरे खुद को असंवेदनशील बनाने के लिए एक्सपोज़र थेरेपी लेने की सलाह दी जाती है।
पूरी रात सपने क्यों आते हैं, इसके बारे में कई सिद्धांत हैं, लेकिन कोई भी निश्चित रूप से नहीं जानता। कुछ शोधकर्ताओं का ऐसा कहना है कि सपनों का कोई उद्देश्य या अर्थ नहीं होता है। जबकि दूसरे कहते हैं कि हमें अपने मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सपनों की ज़रूरत है। तो सपने क्यों आते हैं? क्या यह इसका जवाब हो सकता है।
आपके दिमाग में वही सब घूमता रहता है इसलिए आपको भूतिया सपने आते हैं.
कई बार मन थका हुआ होता है और शरीर भी कमजोर है तब बुरे सपने आते हैं.
प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक सिगमंड फ्रायड का सपने क्यों आते हैं इसे लेकर ऐसा मानना था कि सपने हमारे अवचेतन मन की एक खिड़की की तरह होते हैं और ये हमे उस व्यक्ति के बारे में बताते हैं, जैसे:
यह सपना ये बताता है कि आप अपने जीवन में किसी चीज से भाग रहे हैं. वो चीज आपको असल जिंदगी में भी डर या चिंता दे रही है.
अगर आप सोने से ठीक पहले तक खाते रहते हैं तो बुरे सपने आने की आशंका बढ़ जाती है
डरावने सपने अक्सर नकारात्मक बातों से जुड़े हुए होते हैं। ये सपने अक्सर व्यक्ति के मन में चिंता, उदासी या भय पैदा करने वाले होते हैं। ऐसे सपने व्यस्कों से ज्यादा बच्चों को ज्यादा आते हैं।
रिलैक्सेशन तकनीक: एक्सपर्ट के अनुसार बिस्तर पर जाने से पहले तनाव के स्तर को प्रबंधित करने के लिए मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मसल्स रिलैक्सेशन here का अभ्यास करें। इस प्रकार आपका दिमाग रिलैक्स रहता है और आपको बुरे सपने नहीं आते।
मुंशी प्रेमचंद की कहानी- 'नमक का दारोगा', ईमानदारी की जीत
बुरे सपने आने पर आपको सोने में परेशानी होना,तनाव होता है.